कस्टमर सपोर्ट बन कर करते थे ठगी
जामताड़ा साइबर थाना की पुलिस ने करमाटांड़ थाना क्षेत्र से चार साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए डीएसपी चंद्र शेखर ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर थाना प्रभारी अब्दुल रहमान के नेतृत्व में इंस्पेक्टर जयंत तिर्की और अन्य पुलिसकर्मियों ने यह कार्रवाई की।
बरामदगी की जानकारी
गिरफ्तारी के बाद इन अपराधियों की जांच की गई, जिसमें उनके पास से 15 मोबाइल फोन और 17 फर्जी सिम कार्ड बरामद किए गए। इनके खिलाफ साइबर थाना में कांड संख्या 70-2024 दर्ज कर जेल भेज दिया गया। डीएसपी ने बताया कि ये अपराधी ई-कॉमर्स कंपनियों और उपभोक्ता सामग्री कंपनियों के कस्टमर केयर नंबर के रूप में अपने फर्जी मोबाइल नंबर का उपयोग कर उपभोक्ताओं को गुमराह करते थे।
कैसे करते थे ठगी
इन आरोपियों ने लोगों की परेशानियों का निपटारा करने के नाम पर उनके मोबाइल पर क्विक सपोर्ट, एनी डेस्क जैसे मोबाइल शेयरिंग एप डाउनलोड करने के लिए कहा। इसके बाद वे लोगों के बैंक खातों से पैसे निकाल लेते थे।
डीएसपी ने बताया कि ये अपराधी लोगों को धोखा देकर क्रेडिट और डेबिट कार्ड बंद होने की बात बताकर स्क्रिन शेयरिंग एप जैसे एनीडेस्क और टीम व्यूयर डाउनलोड करवाते थे। इस तरह से ये सभी प्रकार की गोपनीय जानकारी प्राप्त कर साइबर ठगी करते थे।
गिरफ्तार अभियुक्तों में मिराज अंसारी और सब्बीर अंसारी का पुराना आपराधिक इतिहास है। दोनों पहले भी जेल जा चुके हैं और ये सभी पश्चिम बंगाल, बिहार, और उत्तर प्रदेश के लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे।